Safar Ki Dua-सफर में हिफाज़त की दुआ-इस्लाम में अल्लाह और प्यारे नबी सल्ल ने हमे हर एक काम को करने के तरीके को बताया हैं और उस काम को कैसे करे और उससे क्या फ़ायदा होने वाला हैं,उसके बारे में भी पूरी तरह वजह किया हैं. अगर थोड़ा सा भी इस्लाम दीन के बारे में जान ले तो, हमे ऐसे तोहफों से नवाजा जायेगा ,जिसके बारे में बयां नहीं कर सकते हैं .हम रोज कहीं न कहीं किसी न किसी काम से घर के बाहर निकलते रहते हैं….
अल्लाह का नाम और Safar Ki Dua पढ़ कर घर से निकले तो इंशा अल्लाह आपकी हिफाजत भी होगी और आपके सारे काम आसान भी हो जायेंगे. घर से हमेशा बाहर जाते समय या किसी सफर पर जाते समय इस सफर की दुआ को हमेशा पढ़ कर निकले .इंशा अल्लाह रास्ते की हर आफत से महफूज़ रहेंगे और सफर में गैबी मदद भी हासिल होगी.
Safar Ki Dua-सफर में हिफाज़त की दुआ
दुआ
बिस्मिल्लाहहिर्रहरामनिर्रहीम
या बदूदु
या हफीजु
या हफीजु
या बदूदु
या रहीमु
या मुरीदु
या हफीजु
या वदूदु
या अल्लाह
या हफीजु
इस दुआ को पढ़ने से पहले बिस्मिल्लाहहिर्रहरामनिर्रहीम और तीन-तीन बार दुरूद शरीफ पढ़ कर आसमान की तरफ अपना मुँह करके फूंक मार दे.इस दुआ का इतना असर हैं की, इस दुआ से सफर में आपकी हिफाजत होगी,आप पर रहमत होगी,आपकी सफर की मुराद पूरी होगी,आपको गैबी मदद भी हासिल होगी.
ध्यान रहे किसी भी दुआ का असर तभी साबित हो सकता हैं,जब आप अपने इमां के अक़ीदे पर कायम रहे और अल्लाह,अल्लाह के कलाम और प्यार रसूल मोहम्मद सल्ल पर आपका पक्का यकीन हो.इसके साथ ही इस्लाम दीन का ज्यादा से ज्यादा इल्म हासिल करने की कोशिश करे,साथ ही नमाज़ की पाबन्दी को भी कायम करे ,अल्लाह हम सबका निगेहबह बा हैं, बेशक वो अपने बन्दे के लिए रहमत नाज़िल करने वाला हैं .