Ruhani Ilaj-रूहानी इलाज-पति का गुस्सा ख़त्म करने की दुआ बीवी अक्सर पति के मुकाबले ज्यादा मोहब्बत करने वाली होती हैं. इसके अंदर मोहब्बत का तूफानी समुन्द्र ही हैं,जिसकी वजह से नस्ले इंसानी का वजूद और बढ़ोतरी जारी हैं, अगर बीवी के साथ पूरी मोहब्बत की जाये.
पति की तरफ से उनको ज़हनी सकून मिल जाये तो समाज की अनेकों बुराईयों को ख़त्म किया जा सकता हैं. जिसका सीधा असर आने वाली नस्लों पर पड़ता हैं.पति के बुरे सलूक से नाजाज पाने के लिए इशा की नमाज़ के बाद बीवी को दुआ पढ़ने से पहले और पढ़ने के बाद 11-11 बार दुरूद शरीफ के साथ ये दुआ पड़नी होगी.
Ruhani Ilaj-रूहानी इलाज-पति का गुस्सा ख़त्म करने की दुआ
दुआ
बिस्मिल्लाहहिर्रहरामनिर्रहीम
बिस्मिल्लाहिल वासिऊ जल्ला जलालुहू
मुसल्ले पर बैठ कर ये दुआ 90 दिन तक रोज़ करे.अगर ऐसे हालात पैदा हो जाये की पति तलाक़ देने पर तैयार हो या उसके अंदर बीवी को अलग करने की जिद पैदा हो जाये या बीवी को घर से बहार निकल देना चाहता हो,ऐसे हालात में बीवी को चाहिए कि रात को सोने से पहले वुजू करके मुसल्ले पर बैठ कर कुल हुवल्लाहु अ-ह-दुन पूरी सूरा पढ़ कर बिना किसी से बात किये अपने बिस्तर पर लेट जाये और लेट कर आंख्ने बंद करके अपने पति को ख्याल में रख कर सो जाये.
इंशा अल्लाह इस अमल से आपके पति ने अंदर आपके लिए मोहब्बत फिर से जाग उठेगी और पति का गुस्सा भी धीरे धीरे ख़त्म हो जायेगा.
नोट-हमेशा ध्यान रखे किसी भी दुआ का असर तभी दिख सकता हैं,जब आप ईमान के रास्ते पर हो और साथ ही नमाज़ के पाबंद हो. इस लिए किसी भी अमल को करने से पहले अपने ईमान फिर से ताज़ा करके अपने अक़ीदे को पक्का कर ले,इंशा अल्लाह आप हमेशा कामयाब रहेंगी.