Quran Majid and Science Galaxy कुरान मजीद और विज्ञान-आकाश गंगा-वैज्ञानिक इस बात से सहमत हैं की सृष्टि में आकाश गंगाओं Galaxy के निर्माण से पहले भी,सृष्टि का सारा पदार्थ एक प्रारभिक गैसीय द्रव्य राशि (Gaseous Mass) के रूप में थे तात्पर्य है की आकाश गंगा Galaxy के निर्माण से पहले गैसीय द्रव्य (Gaseous Mass) अथवा अनंत बादलों के रूप में मौजूद थी.
जिसे बाद में आकाश गंगा Galaxy के रूप में बनना था ब्रह्माण्ड Universe अथवा सृष्टि के इस प्रारंभिक द्रव्य के लिए गैस से अधिक उपयुक्त शब्द धुँआ हैं.पाक क़ुरआन की इस आयात के मायनो में ब्रह्माण्ड की पहली अवस्था को धुँआ शब्द के रूप में बताया गया हैं.
Quran Majid and Science Galaxy कुरान मजीद और विज्ञान-आकाश गंगा
फिर उसने रुख आसमान की और किया जबकि वह सिर्फ धुँआ था,उस (अल्लाह) ने आसमान और जमीन से कहा अस्तित्व में आ जाओ, चाहे तुम चाहो या न चाहो,दोनों ने कहा हम आ गए फरमाबरदारो की तरह.
एक बार फिर क़ुरआन की एक आयात में ब्रह्माण्ड के बनने की बात को वाजेह किया गया हैं,जिसके बारे में हमारे प्यारे नबी मोहम्मद सल्ल ने ही अल्लाह के फरमान के जरिये पूरी दुनिया को आज से 1400 साल पहले ही बता दिया हैं.दूसरी तरफ देखा जाये जो हम आज विज्ञान देखते हैं, वह सिर्फ ज्यादा से ज्यादा 300 साल से ही लोगो के बीच आया हैं,पर ब्रह्माण्ड के बनने का ज्ञान अल्लाह ने प्यारे नबी मोहम्मद सल्ल के जरिये ही 1400 साल पहले लोगो को बता दिया गया था.