Musalman Kise Kahte Hai ? किसी इंसान को मुस्लमान कब कहा जाता हैं ? जब कोई इंसान इस्लाम दीन की बुनियाद पर अपना ईमान कायम करता हैं,और इस्लाम में बताई गयी बातो का पालन करने लगता हैं,तब वह इंसान मुस्लमान कहा जाता हैं.सिर्फ जबान से कलमा पढ़ कर कभी कोई मुस्लमान नहीं हो सकता हैं.एक सही अक़ीदा मुस्लमान होने के लिए उस इंसान को इस्लाम के रास्ते पर भी चलना होता हैं.
मसलन आप जन्म से ही मुसिलम परिवार में पैदा होते हैं और उसके बाद आप कलमा पढ़ कर मुस्लमान हो जाते हैं,लेकिन इस्लाम के बताये हुए रास्ते पर नहीं चलते हैं तो आप इस्लाम में होने होने बावजूद इस्लाम की रहमत से महरूम हो जाते हैं.इस्लाम की बुनियाद बातो को अपनाना भी जरुरी होता हैं जिसमे एक अल्लाह में यकीन,5 वक़्त की नमाज़ पढ़ना,रोजा रखना,जकात देना और हज करना शामिल हैं .
Musalman Kise Kahte Hai ? किसी इंसान को मुस्लमान कब कहा जाता हैं ?
इसके साथ साथ इस्लाम में नबियों पर ईमान,अल्लाह की किताबो पर ईमान,फरिश्तों और तकदीर में यकीन करना शामिल होता हैं. इसके अलावा क़यामत के दिन पर भी यकीन करना एक मुस्लमान के ईमान में से एक हैं.
बहुत से लोगो को लगता हैं की इस्लाम के रास्ते पर चलना बहुत कठिन हैं पर जिस दिन आपको इस्लाम की सही जानकारी हो जाएगी और आप अपनी तरफ से इस्लाम के रास्ते पर चलने लगेंगे यकीन मानिये आपको इस्लाम से सरल कोई धर्म नहीं लगेगा .इस्लाम आपकी शख्सियत में ऐसा परिवर्तन ला देगा दुनिया की तमाम कठिनायों को आप आराम से पास कर लेने और आख़िरत के दिन आपको इसका सिला अल्लाह की रहमत के रूप में मिलेगा.