Maut Ke Baad Kabar Me Kya Hoga ये सवाल अक्सर हर इंसान के दिलो दिमाग में चलता रहता हैं.और बहुत से लोग इसके जवाब को कभी जानना भी नहीं चाहते हैं,पर अगर एक मोमिन को अपने ईमान पर पक्का अकीदा हैं,तो वह इसके जवाब को जान कर खुश होता है,और उसे सकून हासिल होता होता हैं.
किसी भी इंसान को कब्र में दफ़न करने के बाद फ़रिश्ते 3 सवाल के जवाब लेंगे और पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बारे में इस इंसान का अक़ीदा पूछा जायेगा,ये वह इम्तेहान हैं जिसकी तैयारी के लिए उस इंसान को इस दुनिया में जितनी भी जिंदगी अता की गयी थी उसमे करनी थी.सवाल जवाब के बाद कब्र के जो हालात होंगे वह पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की इस हदीस में बताया गया हैं.
Maut Ke Baad Kabar Me Kya Hoga-Kabar Ki Pukar
मौत के बाद कब्र में क्या होगा और हमे अपनी मौत को क्यों रोज़ याद करना चाहिए कब्र की पुकार- हजरत अबू सईद रजि. से रिवायत हैं,वे फरमाते हैं कि अल्लाह के पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम अपनी नमाज़ कि जगह तशरीफ़ लाये तो आपने देखा कुछ लोग खिलखिला कर हँस रहे हैं.
आप (सल्ल) ने फ़रमाया कि तुम लज़्ज़तो को ख़तम करने वाली मौत को ज्यादा याद करते,तो वह तुम्हे ऐसा करने से रोक देती,जिसको करने से तुमको मज़ा आ रहा हैं.(यह अट्ठहास कभी न करते ) लिहाजा मौत को रोज़ याद करो जो तमाम लज़्ज़तो को ख़तम कर देने वाली हैं.
जो दिन भी गुजरता हैं,उसमे कब्र कहती हैं मैं तन्हाई का घर हूँ मैं सफर का घर हूँ मैं मिटटी का घर हूँ और मैं कीड़े मकोड़ो का घर हूँ.
जब को मोमिम बंदा कब्र में दफ़न किया जाता हैं,तो कब्र उसका इस्तकबाल करते हुए कहती हैं कि तू मेरे पीठ पर चलने वालो में मुझे सबसे ज्यादा पसंद था.आज जबकि तू मेरे हवाले किया जा रहा है और तू मेरे कब्जे में आ गया हैं तो तू देखेगा कि मैं तेरे साथ क्या सलूक करती हूँ
इसके बाद नबी (सल्ल) ने फ़रमाया कि कब्र मोमिन बंदे के लिए निगाह की हद तक फ़ैल जाएगी और उसके और जन्नत का एक दरवाजा खोल दिया जायेगा.
और जब कोई नाफरमान इंसान और बेइमां बंदा कब्र के हवाले किया जाता हैं तो कब्र कहती हैं की तेरा आना न मुबारक हो तेरा कोई इस्तकबाल नहीं करेगा तुम मेरे पीठ पर चलने वालो में सबसे ज्यादा नफरत के काबिल था.आज जब की तुम मेरे हवाले कर दिया गया हैं अब तू मेरे कब्जे में हैं तो तू देखेगा की मैं तेरे साथ क्या सलूक करती हूँ.
नबी (सल्ल) ने फ़रमाया कब्र उसे दबोच लेती हैं,यहाँ तक की उसकी पसलियां एक दुसरे में घुस जाती हैं,नबी (सल्ल) ने अपने हाथो की उंगलिंयों को एक दूर में डाल कर दिखाया.
इसके बाद नबी (सल्ल) ने फ़रमाया की उसके ऊपर सत्तर विषैले अजगर डाल दिए जाते हैं,अगर इनमे से कोई एक विषैला अजगर भी जमीन में फूंक मार दे तो ता क़यामत तक कोई भी वनस्पति वहाँ पैदा नहीं होगी.फिर विषैले अजगर उसको डसते और नोचते हैं.ये सिलसिला जारी रहेगा यहाँ तक की हिसाब का दिन आ जायेगा.
रावी(बयान कर्ता) कहते हैं की नबी (सल्ल) ने फ़रमाया की कब्र आदमी के लिए या तो जन्नत के बागों में से एक बाग़ हैं या जहन्नम के अज़ाब के गढ़ो में से एक गढ़ा हैं.
यह हदीस मोमिनो को एक अच्छी सीख देने वाली हदीसो में से एक हैं.इसमें नबी (सल्ल) ने मौत की याददिहानी की हैं,और कब्र में पेश आने वाले हालात को बयां किया हैं. इस हदीस पर गम्भीरता के साथ गौर और फ़िक्र करने की जरुरत हैं.