Kya Nabi Noor Hai ? क्या नबी नूर हैं ? इस्लाम दीन के दो बुनियाद स्रोत क्या हैं? इस्लाम दीन के दो बुनियाद स्रोत में से एक अल्लाह कि किताब क़ुरआन मजीद और दूसरा अल्लाह के नबी पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हैं.क़ुरान और हमारे प्यारे नबी मोहम्मद सल्ल अल्लाह की तरफ से हम उम्म्तियो के लिए एक ऐसा तोहफा हैं जिसकी जितनी तारीफ की जाये उतनी कम हैं
क़ुरआन मजीद
क़ुरान इस्लाम की सबसे पाक किताब हैं और ये किताब आसमानी किताब हैं इस किताब का हर सन्देश अल्लाह का हैं और ता क़यामत तक इसके एक हर्फ़ में भी कोई बदलाव नहीं हो सकता हैं इसकी जिम्मेदारी अल्लाह ने खुद ली हैं क़ुरान हमे इस जीवन को जीने का सही तरीका बताता हैं अल्लाह के बारे में बताता हैं.
Kya Nabi Noor Hai ? क्या नबी नूर हैं ? इस्लाम दीन के दो बुनियाद स्रोत क्या हैं?
दुनिया के बनने और और उसके ख़तम होने तक की बात को क़ुरान बतलाता हैं क़ुरान का सन्देश तमाम लोगो के लिए हैं क्युकी अल्लाह ने खुद क़ुरान में अपने सन्देश दे ये बताया हैं की मेरा ये सन्देश इंसानी सभी कौमो के लिए जो हिदायत से भरपूर हैं जो भी लोग क़ुरान के संदेशो को समझ कर उसको आपकी जिंदगी में अपनायेगे अल्लाह की रहमत उनके लिए होगी
पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
हमारे प्यारे नबी हज़रत मोहम्मद सल्ल की तारीफ़ कोई भी इंसान नहीं कर सकता हैं हमारे नबी के बारे में जितना भी बड़े से बड़े आलिम जानते हैं उससे कही ज्यादा उनकी तारीफ हो तो भी कम हैं अल्लाह ने सबसे पहले हमारे नबी के नूर को ही बनाया और उस नूर से ही जो कुछ भी हम देख सकते हैं और जो कुछ हम नहीं देख सकते वह सब अल्लाह ने नबी के नूर से ही बनाया हैं एक बहुत ही अच्छा बयां हैं ये हैं की
जब कहीं पर कुछ भी नहीं था सिवाए अल्लाह के तब भी हमारे प्यारे नबी का नूर था और हमेशा रहेगा.