Islam Ke Mane Kya Hai ? इस्लाम के माने क्या हैं ? एक खुदा के प्रति पूर्ण समर्पण और उसके रसूल और उसकी किताब की बातो को अल्लाह का आदेश मान कर उसके पालन को दीन ए इस्लाम कहा गया हैं.दूसरे शब्दों में अपने ईमान पर बने रहना इस्लाम है.इस्लाम में सिर्फ एक अल्लाह की इबादत के लिए कहा गया हैं और अल्लाह को निराकार कहा गया है.
इस्लाम का आगाज़ आज से 1400 ईसवी पहले अरब देश के मक्का शहर में हुआ.अल्लाह ने लोगो की हिदायत के लिए अपने सबसे अफ़ज़ल पैगम्बर को एक नूर बना कर इंसानी बशर के रूप में इस दुनिया में भेजा.इस नूर को हम मोहम्मद सल्ल के नाम से जानते हैं.
Islam Ke Mane Kya Hai ? इस्लाम के माने क्या हैं ?
मोहम्मद सल्ल ने जब अल्लाह के हुक्म से अपने नबी होने का एलान किया उस वक़्त तक दुनिया में बहुत सी बुरा पैदा हो चुकी थी,और अल्लाह की हर आसमानी किताब में ये बताया गया हैं की अल्लाह ने समय समय पर हर समुदाय और लोगो के लिए एक हिदायत देने वाला पैगम्बर भेजा हैं,लेकिन जब अल्लाह ने अपने सबसे अफ़ज़ल हबीब को इस दुनिया में भेजा को ये हिदायत पूरी दुनिया के लिए होने जा रही थी.
आज अपनी आँखों से देख सकते हैं की इस्लाम सिर्फ अरब तक ही सिमित नहीं हैं,बल्कि इस्लाम और उसके रसूल के चाहने वाले पूरी दुनिया में हैं .क़ुरान के इस सन्देश से हमे ये पता चलता हैं की जो कुछ भी क़ुरान और हमारे नबी ने इस दुनिया के लोगो को बताया हैं,उसकी हर बात सच हुई हैं,और आने वाले समय के बारे में जो बात बता दी गयी हैं वह भी सच होगी. इस्लाम दीन अमन का दीन हैं इस दीन में अल्लाह की इबादत के साथ-साथ लोगो को अपने जीवन में किस तरह रहना हैं,उन सबका नियम आसमानी किताब क़ुरान में मौजूद हैं.