Immaculate Prophet Muhammad Sallah Ali Wasalam -बेदाग़ आचरण वाले पैगम्बर हज़रत मोहम्मद सलाहअलिवसलम-ऐतिहासिक दस्तावेजी साक्षी हैं कि क्या दोस्त,क्या दुश्मन,हज़रत मोहम्मद सल्ल के सभी समकालीन लोगों ने जीवन के सभी मसलों और सभी क्षेत्रों में पैग़म्बरे इस्लाम के उत्कृष्ट गुणों,आपकी बेदाग़ ईमानदारी,आपके महँ नैतिक सद्गुणों तथा आपकी अबाध निश्छलता और हर संदेह से मुक्त आपकी विश्वनीयता को सभी ने स्वीकार किया.
यहाँ तक कि यहूदी और वे लोग जिनको आपके नबी होने पर विश्वास नहीं था, वह भी आपको अपने बहुत सारे मसलो को हल करवाने के लिए आपके पास आते थे,क्युकी उन्हें आपकी निरपेक्षता पर पूरा यकीन था.वे लोग भी जो आपके संदेशो पर ईमान नहीं रखते थे,वे भी ये कहते थे..
ऐ मोहम्मद हम उसका इंकार करते हैं जिसने तुमको किताब दी और तुमको रसूल बनाया उसके बाद भी हम तुम को बेदाग़ आचरण वाला मानते हैं.
Immaculate Prophet Muhammad Sallah Ali Wasalam-बेदाग़ आचरण वाले पैगम्बर हज़रत मोहम्मद सलाहअलिवसलम
पैग़म्बरे इस्लाम की जीवन गाथा की यह विशिष्टता उलेखनीय हैं कि आपके निकटतम रिश्तेदार,आपके प्रिये चचेरे भाई,आपके घनिष्ट मित्र जो आपको बहुत ही निकट से जानते थे,उन्होंने अल्लाह के पैगाम की सच्चाई को दिल से माना और आपकी पैगम्बरी को भी स्वीकार किया.पैगम्बर मोहम्मद सल्ल पर ईमान लाने वाले ये वह लोग थे जो समाज में कुलीन,शिक्षित,और बुद्धिमान वर्ग से थे.
जो आपके जीवन को भली भांति अच्छे से जानते थे,आपके जीवन,आपके ज्ञान,आपके आत्मविश्वास,आपके चरित्र निर्माण,आध्यात्मिक जागृति और समाज के उत्थान के प्रति आपके आपके कार्यों को देख कर ही सभी लोग आपसे जुड़ते चले गए.
अल्लाह पर,आप पर,और अल्लाह की किताब पर ईमान लाने वालों के अंदर आपके लिए वह मोहब्बत थी,जिसको बयान नहीं किया जा सकता हैं.आपके ऊपर जुल्म हुए तो आपके साथ ईमान वालों ने भी उस जुल्म को अपना हिस्सा बना लिया,आपके लिए उन्होंने अपनी हर चीज़ क़ुर्बान कर दी.इन सबके पीछे आप सल्ल का वो बेदाग़ आचरण था,जिसके कायल वह भी थे जो एक अल्लाह पर ईमान नहीं लाये थे.