Farishton Ke Bare Me Ek Musalman Ka Aqeeda फ़रिश्ते अल्लाह तआला की एक पाक और पसंदीदा मखलूक हैं.फरिश्तों को मासूम कहा गया हैं,वह सिर्फ अल्लाह तआला के हुक्म की फ़रमादरी करते हैं.उनकी फितरत ऐसी है कि वह किसी काम को मना नहीं कर सकते हैं.
फ़रिश्ते अल्लाह तआला के अहकाम की न तो नाफरमानी करते हैं और न ही उनसे कोई भूल होती हैं,और न ही वे अपनी मर्ज़ी से अल्लाह तआला के हुक्म में कुछ कमी-बेशी करते हैं .फ़रिश्ते अनेक कामो में लगाए गए हैं जिनको वह ता क़यामत तक करते रहेंगे.इस्लाम में देवता के दूत को फरिश्ता कहा गया है.
Farishton Ke Bare Me Ek Musalman Ka Aqeeda-फरिश्तों के बारे में एक मुस्लमान का अक़ीदा
इस्लाम के अनुसार अल्लाह तआला ने फरिश्तों को नूर से बनाया है और उनके अलग-अलग कार्य नियुक्ति क्या हैं कोई अल्लाह का संदेश लाने वाला है तो कोई प्राकृतिक कार्यों के संचालन के लिए नियुक्त है। कोई स्वर्ग का दरोगा है तो कोई जहन्नम का कोतवाल.
4 बड़े फ़रिश्ते
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1-जिब्रील अलैहिस्लाम ये अल्लाह का पैगाम और आयतें नबियो तक पहुंचते है।
2- मीकाईल अलैहिस्लाम जो सारी मखलूक चीज़ों को रोज़ी देते है मखलूक मतलब दुनिया में जितनी भी चीज़ो में जान है
3-इस्राफील अलैहिस्लाम ये क़यामत के दिन अल्लाह के हुकुम से सुर फूकेंगे जिसमे से एक आवाज़ आएगी उस आवाज़ से क़यामत आएगी
4-इज़राईल अलैहिस्लाम जो रूह कब्ज़ करते है
Farishton Ke Bare Me Ek Musalman Ka Aqeeda-फरिश्तों के बारे में एक मुस्लमान का अक़ीदा
यह फ़रिश्ते नेकी और बुराई लिखते हैं
1) किरमान
2) कतिबिन
यह फ़रिश्ते क़बर में सवाल करते हैं
1.)मुनकिर और
2.)नकीर
और यह ३ सवाल करते हैं
1) तुम्हारा रब कौन है
2) तुम्हारा दीन क्या है
3) आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का चेहरा ऐ अनवर दिखाया जाएगा और पूछेंगे की यह कौन है और इनके बारे में आपका क्या ख़याल है.